विवेकानन्द केन्द्र बीओआरएल चिकित्सालय
कुपोषण को रोकने के लिए माताएं सजगता से करे शिशुओं की परवरिश
शिशुओं को कुपोषण से बचाने उचित पोषण आहार के बारे में दी जानकारी
बीना। विवेकानन्द केन्द्र बीओआरएल चिकित्सालय द्वारा भारत ओमान रिफायनरीज लिमिटेड द्वारा सामाजिक उत्तरदायित्व कार्यक्रम के तहत चयनित 22 गांवों में चलाए जा रहे संजीवनी प्रोजेक्ट अभियान के तहत बुधवार 09 जनवरी 2018 को ग्राम बेरखेडी के आंगनवाडी भवन में स्वास्थ्य परीक्षण व परामर्श शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें चिकित्सालय की शिशु एवं बालरोग विशेषज्ञ डाॅ. मधुमाला ने शिशुओं एवं बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया।
शिविर के दौरान डाॅक्टर ने वहां उपस्थित माताओं को शिशुओं की देखरेख का उचित तरीका बताया और कहा कि जन्म से छह माह तक के शिशु को केवल माँ का दूध पिलाएं और समय समय पर उसे टीकाकरण अभियान के तहत टीके लगवाएं। छह माह के बाद ठोस आहार दें। बच्चों को दो या तीन बार नहीं बल्कि पांच से छः बार खाना खिलाएं। छोटे बच्चों के आहार में शुद्ध देशी घी या फिर खानेयोग्य नारियल का तेल मिलाकर खिलाएं। बच्चों को रोगों के बचाने के लिए स्वच्छता पर विशेष ध्यान दें। यदि कोई भी बच्चा उसकी आयु के अनुसार निर्धारित वजन का ना हो तो उसकी जांच कराएं और यदि कुपोषित पाया जाए तो तत्काल बीना सिविल अस्पताल स्थित पोषण पुर्नवास केन्द्र में तत्काल भर्ती कराकर उसका उपचार कराएं।
शिविर में जांच के दौरान 3 बच्चे कुपोषित पाए गए वहीं दो का भी अपेक्षित विकास होना नहीं पाया गया, जिनके विषय में जानकारी देते हुए आंगनवाडी कार्यकर्ता कु. कल्पना विश्वकर्मा ने बताया कि उक्त बच्चों का उपचार एनआरसी में चल रहा है। वहीं से उनका फोलोअप भी नियमित लिया जा रहा है।
शिविर के आयोजन में चिकित्सालय के जनसम्पर्क अधिकारी गिरीश कुमार पालए नर्सिंग स्टाफ सदस्य कु. निहारिका, आंगनबाडी कार्यकर्ता कु. कल्पना विश्वकर्मा, सहायिका श्रीमती सुनीता, विवेकानन्द केन्द्र बीओआरएल चिकित्सालय से वार्ड स्टाफ सदस्य प्रमोद साहू का विशेष सहयोग रहा।
प्रेषक
गिरीश कुमार पाल,
जनसम्पर्क अधिकारी,
विवेकानन्द केन्द्र बीओआरएल चिकित्सालय,बीना
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