Vivekananda Vani

That love which is perfectly unselfish, is the only love, and that is of God.  -Swami Vivekananda                                                                                                                                                            Slave wants power to make slaves.  -Swami Vivekananda                                                                                                                                                            The goal of mankind is knowledge.  -Swami Vivekananda                                                                                                                                                            In the well-being of one's own nation is one 's own well-being.  -Swami Vivekananda                                                                                                                                                            If a Hindu is not spiritual, I do not call him a Hindu.  -Swami Vivekananda                                                                                                                                                            Truth alone gives strength........ Strength is the medicine for the world's disease.  -Swami Vivekananda                                                                                                                                                           

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Monday, 24 June 2019

23जून 2019, रविवार नौवां स्थापना दिवस समर्पण भवन हिरनछिपा व चिकित्सालय परिसर में किया गया पौधरोपण

" विवेकानन्द केन्द्र बीओआरएल चिकित्सालय ने मनाया नौवां स्थापना दिवस"
                          ' समर्पण भवन हिरनछिपा व चिकित्सालय परिसर में किया गया पौधरोपण '




       





 'मरीजों की सेवा सच्चे मन से करें तो आपका कर्म बन जाएगा कर्मयोग '
                             
      बीना। पीडित मानवता की सच्ची सेवा का उदाहरण विवेकानन्द केन्द्र बीओआरएल चिकित्सालय ने क्षेत्र में हम सबके समक्ष प्रस्तुत किया है। आज सीएसआर के तहत 24 गांवों में बेहतर चिकित्सा सुविधाओं की बात हो या फिर बीओआरएल परिवार के लोगों को बेहतर उपचार की सुविधा तो इस क्षेत्र में विवेकानन्द केन्द्र बीओआरएल चिकित्सालय का नाम उच्चतम मानदण्ड और आदर्श के साथ आता है। यहां के प्रत्येक सदस्य द्वारा मरीजों के साथ बेहद विनम्रता से और सच्ची सेवा भाव से हर व्यक्ति आज प्रभावित है। यदि हम कहें कि विवेकानन्द केन्द्र बीओआरएल चिकित्सालय का प्रत्येक चिकित्सक और स्टाफ का हर सदस्य विवेकानन्द के आदर्शों के अनुरूप सेवा कार्य में संलग्न  है तो अतिश्योक्ति नहीं होगी यह उपचार तो बेहतर मिलता ही है, साथ ही प्रेमपूर्वक व्यवहार और अपनापन भी हर मरीज और उनके परिजनों को एक विशेष संतुष्टि देता है।
       यह बात भारत ओमान रिफायनरीज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री शिवशंकर दयाल ने रविवार, 23 जून 2019 को विवेकानन्द केन्द्र बीओआरएल चिकित्सालय के नौवें स्थापना दिवस समारोह में बतौर मुख्यअतिथि कही। उन्होने आगे कहा कि हम तो प्लाण्ट में मशीनों के साथ कार्य करते हैं, आप मानव के विभिन्न अंगों रूपी मशीन को दुरूस्त कर बेहतर बनाने का कठिन कार्य कार्य रहे हैं। यहां की मोबाइल मेडिकल वैन की सर्विस और हेल्थ चैकअप सेल ने भी एक आदर्श स्थापित किए हैं। जिनके लिए विवेकानन्द केन्द्र बीओआरएल चिकित्सालय को हम हृदय से साधुवाद देते हैं।
  चिकित्सालय के नौवें स्थापना दिवस समारोह का शुभारंभ पौधरोपण कार्यक्रम से किया गया जिसके तहत प्रातः 08ः30 बजे खुरई रोड स्थित विवेकानन्द केन्द्र के प्रकल्प परिसर समर्पण भवन के प्रांगण में पौधरोपण से किया गया जहां 35 फलदार व छायादार वृक्षों के पौधों को रोपा गया। कार्यक्रम में नगर के गणमान्य नागरिक सहभागी रहे इस अवसर पर वरिष्ठ कर सलाहकार श्री एनके जैन, श्री जगन्नाथ बाधवानी, श्री मोहन अग्रवाल, श्री एनके दुर्वार, श्री आचार्य राम शर्मा, आचार्य वीरेन्द्र तिवारी, डाॅ. अजब सिंह ठाकुर, श्रीमती किरण गांधी, डाॅ. आनन्द गांधी, राजेन्द्र दुर्वार, श्री विनीत कोटिया, श्री महेश अग्रवाल, विवेकानन्द केन्द्र के संयुक्त महासचिव श्री किशोर जी टोकेकर, प्रांत संगठक सुश्री रचना जानी, श्री गोल्डी अरोरा, गिरीश कुमार पाल, कल्याण चढार, कमल परिहार, प्रदीप कुशवाह सहित बडी संख्या में लोग उपस्थित रहे।
       पौधरोपण कार्यक्रम के द्वितीय चरण में विवेकानन्द केन्द्र बीओआरएल चिकित्सालय परिसर में भारत ओमान रिफायनरीज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री शिवशंकर दयाल के मुख्यातिथ्य में पौधरोपण कार्यक्रम सम्पन्न हुआ जिसमें बीओआरएल के प्रबंधक सुरक्षा, श्री प्रशांत रघुवंशी, प्लांट के फैक्टरी मेडिकल आॅफिसर डाॅ. अजय, विवेकानन्द केन्द्र बीओआरएल चिकित्सालय के चिकित्सा अधीक्षक डाॅ. सुबत अधिकारी, केन्द्र के अखिल भारतीय संयुक्त महासचिव श्री किशोर टोकेकर, प्रांत संगठक सुश्री रचना जानी सहित चिकित्सालय के सभी चिकित्सक एवं अन्य सदस्यों ने पौधे रोपे।
     कार्यक्रम के तीसरे चरण में बंधुत्व भाव को बढाने वाले मैदानी खेल खेले गए तथा बाद ‘हमारे कर्म कर्मयोग कैसे बने? विषय पर मंथन चर्चा सत्र आयोजित किया गया जिसमें चिकित्सक, बहनों तथा भाईयों के तीन गण बनाए गए जिनमें चर्चा की गई मंथन सत्र का समारोप सुश्री रचना जानी दीदी ने किया और उन्होने बताया कि किस प्रकार निष्काम भाव से हम कर्म करें तो हमारा प्रत्येक कार्य कर्मयोग हो सकता है। समर्पण भाव और कार्य के प्रति श्रद्धा रखकर किया गया भाव जिसमें हमने किया यह भाव ना हो हमें ईश्वर ने इस कार्य हेतु एक उपकरण रूप में चुना है, ऐसा मानकर जब हम कार्य करते हैं, तो हमारा प्रत्येक कार्य कर्मयोग होता है, जिससे हमारा समाज उन्नत और सामथ्र्यशाली बनता है।
      कार्यक्रम के समापन अवसर पर आयोजित प्रबोधन सत्र को संबोधित करते हुए विवेकानन्द केन्द्र के अखिल भारतीय संयुक्त महासचिव एवं विवेकानन्द केन्द्र बीओआरएल चिकित्सालय के सचिव श्री किशोर टोकेकर ने कहा कि हम प्रतिदिन केन्द्र प्रार्थना में गाते हैं कर्मयोगैकनिष्ठा अर्थात हमारी निष्ठा कर्मयोग में है, यह कर्मयोग का भाव अनुशासन, गहन प्रशिक्षण और समर्पण के भाव से आता है। सबको साथ लेकर चलना और सबके मान- सम्मान को बनाए रखते हुए कार्य करें तो हमारा प्रत्येक कार्य कर्मयोग बन जाता है।  मेरा पारिवारिक जीवन भी सामाजिक जीवन के अनुरूप हो हम मैं-मैं के भाव को छोडकर बृहद परिवारभाव से आगे बढे और उदात्त ध्येय के लिए अर्थात बडी इकाई के लिए योगदान के लिए तैयार रहे। हमारे भीतर हमेशा कुछ ना कुछ समाज के लिए समर्पित करने का भाव रखना चाहिए हमारे भीतर समाज के कष्ट को अनुभव करने की मानसिकता रखें और उनके निवारण के लिए प्रयास करें तो यह कर्म ही कर्मयोग कहलाएगा। 
      कार्यक्रम में स्थापना दिवस के दौरान कराए गए क्रिकेट मैच के पुरस्कारों का भी वितरण किया गया। कार्यक्रम में चिकित्सालय के नर्सिंग स्टाफ सदस्य श्री नीरज जैन, सीआरएस स्टाफ सदस्य सुश्री संगीता अहिरवार, कु. भारती लोधी ने दो देशभक्ति गीत प्रस्तुत किए। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती सुनीता पाण्डे व श्री धन्नालाल प्रजापति ने किया। अतिथियों का परिचय एवं स्वागत डाॅ. संजय दुलावत ने दिया तथा आभार डाॅ. दीपक प्रधान एवं श्री निकेत दुर्वार ने व्यक्त किया। कार्यक्रम का समापन स्नेहभोज के साथ किया गया। 

 विवेकानन्द केन्द्र बीओआरएल चिकित्साल

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